प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु दृष्टि दिव्यांगजन छात्र छात्राओं के लिए निःशुल्क कोचिंग कक्षाओं का शुभारम्भ
देहरादून। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून, द्वारा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग,नई सामाजिक न्याय एवम् अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा, दिव्यांगजन छात्र-छात्राओं हेतु जारी निःशुल्क कोचिंग स्कीम को, लागू किया गया। कोचिंग के प्रथम बैच का उद्घाटन मुख्य अतिथि सम्मानित श्रीमती ऋतु खण्डूरी भूषण, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड विधानसभा के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक इंजी0 मनीश वर्माजी, संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी डा0 एस.के.धालवाल, सहायक प्रवक्ता (सीपी), डा0 विनोद केन, सहायक प्रवक्ता (एसई), अमित शर्मा, प्रधानाचार्य, आदर्श विद्यालय, जगदीश लखेड़ा, प्रशिक्षण एवम् स्थानन अधिकारी, राजेन्द्र सिंह नेगी, आईटीएटी एजुकेटर तथा श्रीमती लक्ष्मी ।पोखरियाल, पर्यवेक्षक व्यवसायिक प्रशिक्षण उपस्थित रहे। निःशुल्क कोचिंग कक्षाओं का शुभारम्भ संस्थान के व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी डा0 पंकज कुमार, सहायक प्रवक्ता (विशिष्ट शिक्षा) के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर भी श्रीमती चेतना गोला की अगुवाई में संस्थान के मीडिया विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका देखी गयी।
संस्थान के निदेशक इंजी0 मनीष वर्माजी ने बताया कि इस स्कीम के तहत संस्थान द्वारा दृष्टि दिव्यांगजन छात्र छात्राओं को कर्मचारी चयन आयोग/ रेलवे चयन बोर्ड/बैंकिंग/इन्स्योरेंस/पीएसयू द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जायेगी। कोचिंग की कुल अवधि 6 माह रहेगी। कोचिंग के प्रथम बैच में कुल 20 दृष्टि दिव्यांगजनों को नामांकित किया गया है जिसमें से आज दिनांक तक 18 दृष्टि दिव्यागजन उपस्थित रहे। ये दिव्यांगजन देश के विभिन्न राज्यों जैसे उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि से कोचिंग प्राप्त करने संस्थान आये हुए हैं। इस अवसर पर कोचिंग में नामांकित छात्रों के मध्य काफी उत्साह देखा गया। संस्थान के निदेशक इंजी0 मनीष वर्माजी ने यह भी बताया कि बैंकिंग/इन्स्योरेंस/पीएसयू द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु कोचिंग कक्षाओं का अगला बैच शीघ्र ही प्रारम्भ किया जायेगा। दृष्टि दिव्यांगजनों हेतु इस प्रकार की कोचिंग देश तथा राज्य में प्रथम बार प्रारम्भ की गयी है। कोचिंग प्राप्त करने हेतु छात्र छात्राओं को योजना के तहत रूपये 4,000/-प्रति माह वृत्ति/अनुरक्षण भत्ता, 2,000/- प्रति माह विकलांगता भत्ता तथा 5,000/- रूपये पुस्तक/शिक्षण सामग्री भत्ता प्रदान किया जायेगा। इसके साथ ही कोचिंग शुल्क रूपये 40,000/- प्रति छात्र भी भारत सरकार द्वारा कोचिंग प्राप्त करने हेतु प्रदान किया जायेगा।
दिव्यांगजनों हेतु निःशुल्क कोचिंग योजना लागू करने का भारत सरकार का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना है तथा उनका आर्थिक सशक्तिकरण कर उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सम्मानित श्रीमती ऋतु खण्डूरी भूषण, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड विधानसभा की उपस्थिति से संस्थान के सभी अधिकारी, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं उत्साहित दिखें। अपने वक्तव्य से उन्होंने सबका मन मोह लिया विशेषकर छात्र-छात्राओं का। उन्होंने छात्र-छात्राओं को लगन के साथ कोचिंग कक्षाएं करने के लिए प्रोत्साहित किया।