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करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी दून नहीं बन पाई स्मार्ट सिटी- कांग्रेस

दून की जन समस्याओं व बदहाल सड़कों के मुद्दे पर डीएम को सौंपा ज्ञापन

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व धस्माना डीएम कार्यालय पहुंचे

देहरादून। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देहरादून में स्मार्ट सिटी के नाम पर भद्दा मजाक किया गया । पांच साल पहले शुरू हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत हजारों करोड़ रुपया खर्च करने के बाद कोई सुधार नहीँ हुआ।

बदहाल सड़कें, सफाई व्यवस्था ध्वस्त, सीवर बिजली पानी अस्पतालों का बुरा हाल है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर जो घोटाला हुआ है उसकी उच्च स्तरीय व निष्पक्ष जांच करवाई जाए । यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल से मांग पत्र सौंपते हुए कही।

पूर्व घोषणा के अनुसार गुरुवार को धस्माना जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और उनको बताया कि किस तरह देहरादून की मुख्य सड़कों का बुरा हाल है । धस्माना ने जिलाधिकारी से कहा कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और साठ फीसदी ट्रैफिक लाइट बंद रहने के कारण शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है।

उन्होंने कहा कि तीन बड़ी सीवर व पानी की योजनाएं जे एन एन यू आर एम, ए डी बी, व अमृत योजना के तहत शहर में सीवर व पानी की लाइनों का काम हुआ किंतु कोई भी शत प्रतिशत कमीशन नहीं हो पाईं जिसके कारण शहर भर में सीवर चोक होने और पीने के पानी की सप्लाई पूरी नहीं होने की । शहर के लिए कोई ड्रेनेज प्लान तैयार नहीं किया गया ।

धस्माना ने कहा कि सरकारी अस्पताल कोरोनेशन और सरकारी मेडिकल कालेज दून अस्पताल अव्यवस्थाओं के गढ़ हैं । धस्माना ने शहर की चरमराई हुई सफाई व्यवस्था का सवाल भी उठाया। धस्माना ने कहा कि सिर्फ चार सड़कों में रंगाई पुताई और लैंप पोस्ट लगाने से शहर स्मार्ट नहीं होता।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने धस्माना व प्रतिनिधिमंडल को कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जांच के लिए वे मांग पत्र को शासन को प्रेषित कर देंगे किंतु उस में उठाई गई समस्याओं पर अपने स्तर से जो भी कार्यवाही संभव है वे करेंगे।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने धस्माना और महानगर अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी व प्रतिनिधिमंडल के ज्ञापन को जिलाधिकारी सविन बंसल को सौंपा।

इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, गोदावरी थापली, सुनील अग्रवाल, राजकुमार जायसवाल, मुकीम अहमद, मगन सिंह पुंडीर, जितेंद्र जायसवाल, वंदना राही, पंडित विजेंद्र पैन्यूली, रमेश सिंह, पवन खरोला, राकेश खरोला आदि शामिल रहे।

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